तेरे दिल के दरया में
तेरे दिल के दरया में दुब कर जाना हैं तुझे उस पार से इस पार लाना हैं शायद यह इत्तेफाक हैं की धड़कने अजीब सी हलचल कर रही हैं फिर भी न जाने क्यू यह दिल अक्सर मायूस होती हैं जिंदगी किसे के इन्तेजार में